Thursday, June 20, 2013

उत्तराखंड यात्रा पर गए जिले के 20 लोगों का पता नहीं
तीन दिनों से नहीं मिली अपनों की कोई खैर खबर
सीतापुर। ...मोबाइल भी नहीं मिल पा रहा है। सोमवार को ही पत्नी से बात हुई थी। उसने बताया था कि गंगोत्री से स्नान कर जत्था आगे बढ़ रहा है। बारिश से बहुत दिक्कत है। कई जगह सड़कें धंस गईं हैं। खाने-पीने की बहुत दिक्कत है। कुछ सूझ नहीं रहा है। सिर्फ तीन मिनट ही बात हो पाई और फोन कट गया। तब से लेकर आज तक लगातार फोन मिला रहा हूं लेकिन उससे संपर्क नहीं हो पा रहा। पता नहीं वहां क्या हुआ होगा। यह बताते हुए सिधौली के विवेक नगर निवासी केपी शुक्ला का गला भर आया। नम आंखें उनकी तकलीफ को बयां कर रहीं थीं। केपी शुक्ला जैसे कई और परिवार अपने परिचितों का हाल जानने के लिए परेशान हैं। उत्तराखंड में आए जल प्रलय में सीतापुर के भी छह परिवारों के 20 लोग फंसे हुए हैं।
जिले के करीब 138 लोग इन दिनों उत्तराखंड की यात्रा पर हैं। जिनमें से छह परिवारों के करीब 20 लोगों का कोई पता नहीं चल रहा है। पिछले तीन दिनों से उनके परिवारीजन और रिश्तेदारों को इन लोगों की कोई खोज खबर नहीं मिल सकी है। ये लोग जिले के सिधौली, अटरिया और खैराबाद कस्बों के हैं। खैराबाद कस्बे के बिहारी लाल ने इन लोगों की यात्रा का प्रबंध किया था। ये सभी दस जून की शाम को यात्रा के लिए जिले से रवाना हुए थे।
यात्रा पर गए उमाकांत के छोटे भाई सर्वेश शुक्ला के मुताबिक भइया और भाभी दोनों साथ गए हैं। उनका भी कोई हालचाल नहीं मिल रहा है। विवेक नगर निवासी केपी शुक्ला ने बताया कि सीतापुर से सभी लोग एक बस में सवार होकर गए थे। जत्थे में कुल 68 लोग थे।
उन्होंने बताया कि इस जत्थे में पत्नी मनोरमा भी गई हंै। मोबाइल पर कई बार बात हुई थी। उसने बताया था कि उत्तराखंड में आगे की यात्रा के लिए ऋषिकेश से दूसरी बस की गई है। 48 लोग एक बस में व बाकी 20 लोग दूसरी बस में हैं। केपी शुक्ल ने बताया कि दूसरी बस में सवार 48 लोग उत्तरकाशी के एक इंटर कॉलेज में सुरक्षित हैं, जबकि मनोरमा वाली बस का कहीं कोई पता नहीं चल रहा है। इससे परिवार के लोग डरे हुए हैं। सोमवार के बाद से मोबाइल से संपर्क नहीं हो पाया। इसके अलावा सीतापुर शहर के भी कई परिवार इन दिनों चारधाम यात्रा के लिए गए हैं। इस जत्थे में 70 श्रद्धालु शामिल हैं। जत्थे में शामिल सेक्रेट हार्ट डिग्री कॉलेज के गणित विभागाध्यक्ष डॉ. मनीष गुप्ता ने मोबाइल पर हुई बातचीत में बताया कि वह सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं। तबाही के बाद वह सभी पूरे जत्थे सहित सीतापुर के लिए वापस चल पड़े हैं। जिले से गए 110 यात्री सुरक्षित हैं

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