आइये चलते है नैमिश दर्शन को जहां हम आपको बतायेगें और दिखायेगें अनेको रहस्य जो न आप ने कभी सुने होगें और न ही देखे ही होगें परन्तु ये वास्तव में सत्य और प्रमाणित है।
सीता की मथानी
बहुत पुरानी कहावत प्रचलित है जब भगवान श्री राम को 14 वर्ष का बनवास हुआ था तब भगवान श्री राम ने अपना समय नीमसार में व्यतीत किया था वहा पर इस मथानी का प्रयोग माता सीता करती थी साथ ही कहावत है कि जो व्यक्ति अभिमान से वशीभूत होकर कहता है कि मै इस मथानी को उठा लूगा वह व्यक्ति कदापि मथानी को हिला भी नही सकता है परन्तु जो व्यक्ति श्रद्वा भाव से मथानी को उठाने से पूर्व मथानी के चरण छू कर भक्ति भाव से उठाता है तो वह इसे बच्चे के खिलौनो की तरह उठा सकता हैा यह प्रयोग मैने स्वयं देखा है मेरे कई मित्र् नैमिश दर्शन पर गये थे तो मैने रास्ते में यह बात बताई कई लोगो ने अभिमान से कहा कि हुह इसको उठाने में क्या है परन्तु वे लोग उसे उठाने की दूर हिला न सके साथ ही में मेरा एक मित्र् यह देख रहा था जब उससे उठाने को कहा गया तो वह बोला जब सब मोटे मोटे लोग उठा चुके है और हिला भी नही पाये तो मै भला कैसे इस पवित्र् मथानी को हिला सकूगां पर कहा गया कि जब यहां तक आये हो प्रयास कर के देखो सबके कहने पर मित्र् ने मथानी के पैर छूकर मन ही मन प्रभू श्रीराम का स्मरण कर मथानी को उठाने का प्रयास किया आश्चर्य मथानी फूल की तरह हवा में उठ गयी।
No comments:
Post a Comment